Monday, 24 January 2022

My Destiny My Life

   मेरा बचपन ....

बचपन  में भी अलग बात होती हैं। ना किसी डर,ना हीं किसी से कोई उम्मीद ‌ और ना हीं किसी से कोई भेदभाव। सबका बचपन बड़ा ही खूबसूरत होता हैं। और उनमें सिर्फ एक ही खूबसूरत इनसान होता हैं। हां मैं उस मां के बारे में बात कर रहा हूं। जिसने हमें सही ग़लत में पहचान बताई। जिसने हमें उठना,बैठना, खाना, पिना और चलना तक सिखाया हैं। जिसे हम पूरी दुनिया को सिर्फ अपनी मां मैं ही दैखते थें।   

 

पर जिस दिन हम इस दुनिया में आऐ तो हमारे साथ दो ओर जीव आऐ। एक हमारा समय। जिसने हम बच्चों पर कभी रहम किया ही नहीं।दूसरी हमारी किस्मत। जिसने कभी हमें सोचने का मौका दीया हीं नहीं। हमें क्या पता था। कि ये ही दो जीव हमारी जिंदगी के महत्वपूर्ण हिस्सा होने वाले थें। इसमें हमारा भी कोई कसुर नहीं था। कि हम इन्हें जल्दी समझ ना पाये। और बताया भी तो किसी ने नहीं था इनके के बारे में। हम बचपन मैं ही सोचते थे कि ये सभी लोग हमारे जैसे ही हैं।भोले और मासुम। पर हमें क्या पता था कि जहां रहने के लिए लड़ना पड़ेगा खूद से। सच को दबाना पड़ेगा। और झूठ को उठाना पड़ेगा।     


बचपन में मैंने दो बात सिखी और पड़ी कि पहली बात समय का फल मीठा होता हैं। और हम  उस मिठे फल का  इंतजार करते गये। हां और दूसरी बात की समय किसी का इंतजार नहीं करता । बस इन्हीं पूरे लफडो हमारा पूरा बचपन निकल गया। एक तरफ हम उसी मिठे फल कि उम्मीद में थें।और  एक तरफ चूपके से समय ने हमारा इंतजार ही नहीं किया। 
इन बातों से समझ आ गया था कि ये जिंदगी जिना इतना आसान नहीं हैं। जैसे रेगिस्तान में होता हैं  दिखता पानी पर उसके पास जाकर देखो तो होती वो रेत है।

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English translation*

my childhood ....

 Even in childhood, things are different.  No fear, no expectation from anyone and no discrimination from anyone.  Everyone's childhood is very beautiful.  And there is only one beautiful person in them.  Yes, I am talking about that mother.  Who told us the identity of right and wrong.  Who has taught us to get up, sit, eat, drink and even walk.  Which we used to see the whole world only in my mother.

But the day we come to this world, two other creatures come with us.  One our time.  Who has never had mercy on us children. The other is our luck.  Who never gave us a chance to think.  Did we know.  That these two creatures were going to be an important part of our life.  It was not our fault either.  That we could not understand them quickly.  And even if told, no one had told about them.  We used to think in our childhood that all these people are like us. Bhole and innocent.  But what did we know that to live where we have to fight with ourselves.  Truth has to be suppressed.  And the lie has to be picked up.

 As a child, I learned two things and learned that the first thing is that the fruit of time is sweet.  And we kept waiting for that sweet fruit.  Yes and secondly, time does not wait for anyone.  Just these whole words, our entire childhood has gone.  On one hand we were expecting the same sweet fruit. And on the other hand, time did not wait for us secretly.
 It was understood from these things that living this life is not so easy.  Just like it happens in the desert, look at the water but go to it and see, it would have been sand.




 


 




 

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